देश में शिक्षा व्यवस्था की स्थिति दयनीय

आज देश में जो भी हो रहा है, प्रशासन को दोषी ठहराना ग़लत है। देश को आजाद हुए सत्तर साल हो गए, फिर भी हम आज व्यवस्था को दोषी मान रहे हैं। ये शर्म की बात है, आज हमारे वोट बैंक को सिर्फ जाती पाती में बांटकर गरीबों और पिछड़े वर्ग को और गरीब बनाया जा रहा है।

देश में गरीबी-अमीरी की खाई को खत्म करना है तो, अरविंद केजरीवाल मनीष सिसोदिया आम आदमी पार्टी के शिक्षा माडल की देश को सख्त जरूरत है।
सरकारी स्कूलों के अध्यापकों को दोषी ठहराना बेहद शर्मनाक है। जो सरकारें पिछले सत्तर साल से राज करी है, उनके नेता अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए विदेश क्यों भेजते हैं। हमारा फर्ज है सरकारों से सवाल पूछना। 

यदि आप देश को सच्च में प्यार करते हैं, तो इसे शेयर करें हर भारतीय तक पहुंचाए। 

लिखें जय हिन्द 🇮🇳 भारत माता की जय 🇮🇳

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

संसद का माहौल देख कर लगता है, अरविंद केजरीवाल जैसे धाकड़ प्रवक्ता की जरूरत है।

VAS COLLECTIONS प्रीमियम कॉटन इलास्टिक फिट डबल बेडशीट सेट - 160-210 TC, 72 x 68 + 6 इंच | रिंकल फ़्री, हवा पार होने योग्य, फ्लोरल प्रिंट 2 पिलो…

गुजरात में परिवर्तन की आहट